
चौहान वंश: राजस्थान की वीरता की गाथा
चौहान वंश मध्यकालीन भारत का एक प्रमुख राजपूत वंश था जिसने राजस्थान के विशाल भू-भाग पर शासन किया। इस वंश के प्रमुख शासकों में पृथ्वीराज चौहान, अजयराज चौहान और गोविन्दराज चौहान प्रमुख थे। चौहानों ने 12वीं शताब्दी में मुहम्मद गोरी के आक्रमणों का डटकर सामना किया।
पूरा पढ़ेंराजस्थान में 1857 की क्रांति: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का प्रथम युद्ध
1857 की क्रांति में राजस्थान ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नीमच, एरिनपुरा, देवली, ब्यावर और नसीराबाद के सैनिक छावनियों में विद्रोह हुआ। कोटा के जागीरदार मेहराब खान और बूंदी के शासक महाराव रामसिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया। यह लेख राजस्थान में 1857 के संघर्ष के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालता है।
पूरा पढ़ेंमेवाड़ का गौरवशाली इतिहास: महाराणा प्रताप से लेकर राजसिंह तक
मेवाड़ राजस्थान का सबसे प्रतिष्ठित राजपूत राज्य था जिसने मुगल साम्राज्य के विस्तार का लंबे समय तक सफलतापूर्वक प्रतिरोध किया। महाराणा प्रताप, महाराणा सांगा और महाराणा राजसिंह जैसे वीर शासकों ने मेवाड़ की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। चित्तौड़गढ़ के किले और उदयपुर की झीलें मेवाड़ के इतिहास की मूक गवाह हैं।
पूरा पढ़ेंमारवाड़ का इतिहास: राठौड़ वंश की शौर्य गाथा
मारवाड़ राजस्थान का एक प्रमुख क्षेत्र रहा है जिस पर राठौड़ वंश ने शासन किया। जोधपुर इसकी राजधानी थी। राव जोधा, मालदेव और जसवंत सिंह जैसे शासकों ने मारवाड़ को समृद्ध बनाया। मारवाड़ के सैनिकों ने मुगल सेना में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मेहरानगढ़ किला मारवाड़ के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है।
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