प्रधानमंत्री मोदी का लाल किले से ऐतिहासिक संबोधन - स्वतंत्रता दिवस 2025

प्रधानमंत्री मोदी का लाल किले से ऐतिहासिक संबोधन

स्वतंत्रता दिवस 2025: एक आत्मनिर्भर और विकसित भारत की ओर

प्रधानमंत्री मोदी लाल किले से भाषण देते हुए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त, 2025 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए।

नई दिल्ली: आज, **15 अगस्त 2025** को स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और देश को एक प्रेरणादायक संबोधन दिया। इस वर्ष का समारोह कई मायनों में खास रहा, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों से **विशेष अतिथियों** को आमंत्रित किया गया था, जिनमें हमारे **स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारजन**, COVID-19 महामारी के दौरान अग्रणी भूमिका निभाने वाले **स्वास्थ्यकर्मी**, और युवा **ओलंपिक पदक विजेता** शामिल थे। यह उपस्थिति हमारे देश की एकता और सामूहिक भावना का प्रतीक थी।

आत्मनिर्भरता से वैश्विक नेतृत्व की ओर

अपने प्रभावशाली भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने **'आत्मनिर्भर भारत'** के निरंतर बढ़ते संकल्प पर प्रकाश डाला। उन्होंने दृढ़ता से कहा, "हमारा लक्ष्य केवल भारत को आत्मनिर्भर बनाना नहीं है, बल्कि एक ऐसा भारत बनाना है जो वैश्विक समृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे।" प्रधानमंत्री ने हाल ही में लॉन्च किए गए **'मेक इन इंडिया 2.0'** कार्यक्रम की उल्लेखनीय सफलताओं का भी विशेष उल्लेख किया, जिसने विनिर्माण क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ है और भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में एक मजबूत भागीदार के रूप में स्थापित किया है।

प्रधानमंत्री का संदेश: "हमारा लक्ष्य केवल भारत को आत्मनिर्भर बनाना नहीं है, बल्कि एक ऐसा भारत बनाना है जो वैश्विक समृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे।"

शिक्षा और डिजिटल क्रांति: नए क्षितिज

प्रधानमंत्री ने देश में **राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP)** के कार्यान्वयन पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की, जो शिक्षा के क्षेत्र में चल रहे व्यापक परिवर्तनों को दर्शाती है। उन्होंने गर्व से बताया कि देश के **85% स्कूलों** ने नई शिक्षा नीति को सफलतापूर्वक लागू कर दिया है, और शेष स्कूलों में इसे अगले छह महीनों के भीतर लागू करने का लक्ष्य है। यह नीति भविष्य की पीढ़ियों को सशक्त बनाने और उन्हें वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

डिजिटल मोर्चे पर, पीएम मोदी ने **डिजिटल इंडिया मिशन** के अगले महत्वाकांक्षी चरण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि **2025 तक देश के हर गाँव में हाई-स्पीड इंटरनेट** की पहुँच सुनिश्चित की जाएगी, जो ग्रामीण भारत में डिजिटल समावेशन को बढ़ावा देगा। उन्होंने भारत के डिजिटल लेनदेन में हुई अभूतपूर्व वृद्धि पर भी प्रसन्नता व्यक्त की, जो देश की डिजिटल क्षमता और जनता की अनुकूलनशीलता को दर्शाता है।

युवाओं के लिए उज्ज्वल भविष्य

अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं के लिए कई नई और रोमांचक योजनाओं की घोषणा की। इनमें **'स्टार्टअप इंडिया 3.0'** का विस्तार और **'स्किल इंडिया मिशन'** को और मजबूत करना शामिल है। उन्होंने जोर देकर कहा कि ये पहल देश के युवाओं को अत्याधुनिक कौशल से लैस करेंगी और उन्हें न केवल राष्ट्रीय बल्कि **वैश्विक स्तर पर भी अवसरों का लाभ उठाने** के लिए तैयार करेंगी। यह सुनिश्चित करेगा कि भारत की युवा शक्ति देश की प्रगति में सक्रिय रूप से योगदान दे सके।

आज का यह संबोधन एक ऐसे भारत की तस्वीर पेश करता है जो अपनी विरासत पर गर्व करता है, वर्तमान चुनौतियों का सामना करता है, और एक उज्ज्वल, आत्मनिर्भर और विश्व-अग्रणी भविष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

मुख्य बिंदु:

  • **नई शिक्षा नीति (NEP):** देश के 85% स्कूलों में लागू हो चुकी है। छात्रों को इसका लाभ उठाने के लिए इसके नए तरीकों और सिलेबस को समझना चाहिए।
  • **डिजिटल इंडिया:** 2025 तक हर गाँव में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुँचेगा। यह छात्रों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई और जानकारी तक पहुँच को आसान बनाएगा।
  • **स्टार्टअप और कौशल विकास:** 'स्टार्टअप इंडिया 3.0' और 'स्किल इंडिया मिशन' का विस्तार किया गया है। इसका मतलब है कि छात्रों के लिए नए व्यवसाय शुरू करने और आधुनिक कौशल सीखने के लिए अधिक अवसर उपलब्ध होंगे।
  • **आत्मनिर्भर भारत:** भारत का लक्ष्य अब सिर्फ अपनी जरूरतों को पूरा करना नहीं, बल्कि दुनिया के लिए योगदान करना है। छात्रों को ऐसे विषयों पर ध्यान देना चाहिए जो वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक हों।

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