'भारत पर लगाऊंगा भारी टैरिफ', ट्रंप को पसंद नहीं इंडिया-रूस की दोस्ती

नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज 5 अगस्त 2025 को भारत के खिलाफ एक बड़ी चेतावनी जारी की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि भारत ने रूस से तेल खरीदना बंद नहीं किया तो वे अगले 24 घंटों में भारत से आने वाले सामानों पर 50% तक का भारी टैरिफ लगा देंगे।
ट्रंप ने एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा, "भारत हमारे साथ अनुचित व्यापार कर रहा है। वे रूस से सस्ता तेल खरीदकर रिफाइन करके दुनिया को बेच रहे हैं, जबकि अमेरिकी कंपनियों को नुकसान हो रहा है।"
ट्रंप का विस्तृत बयान
ट्रंप ने यह बयान CNBC को दिए गए एक विशेष साक्षात्कार में दिया, जहाँ उन्होंने अपनी संभावित व्यापार नीतियों का खाका पेश किया। उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे भारत-रूस के बीच तेल व्यापार से अमेरिकी हितों को नुकसान पहुँच रहा है।

घटनाक्रम की समयरेखा
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर एक विस्तृत बयान जारी करते हुए कहा:
"भारत की ऊर्जा सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारे द्वारा रूस से तेल खरीदने का निर्णय पूर्णतः आर्थिक और रणनीतिक हितों पर आधारित है। यह ध्यान देने योग्य है कि अमेरिका सहित कई पश्चिमी देश भी रूस से ऊर्जा संसाधन खरीदते रहे हैं।"
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा, "हम अमेरिका के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को महत्व देते हैं, लेकिन किसी भी एकतरफा कार्रवाई का उचित जवाब देंगे।"
आर्थिक प्रभाव
विश्लेषकों का मानना है कि यदि ट्रंप की धमकी वास्तविकता में बदलती है तो इसके गंभीर आर्थिक परिणाम हो सकते हैं:
- भारतीय आईटी कंपनियों पर प्रभाव जिनका 60% व्यवसाय अमेरिका से है
- फार्मास्यूटिकल और हीरा व्यापार पर असर
- अमेरिकी कृषि उत्पादों पर भारत की संभावित प्रतिकारी कार्रवाई
- द्विपक्षीय व्यापार जो वर्तमान में $150 बिलियन से अधिक का है

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
भारत के विपक्षी दलों ने इस मामले पर सरकार को घेरते हुए कहा है कि विदेश नीति में अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए थी। वहीं, शासक दल के नेताओं ने इसे "अमेरिका के आंतरिक राजनीतिक दबाव" का परिणाम बताया है।
अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के विशेषज्ञ डॉ. अरुण मोहन का कहना है, "यह ट्रंप की चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है, लेकिन भारत को अपने आर्थिक हितों की रक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए।"